Apr 4, 2012

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अहंकार त्यागने से ही मिलेगी शांति : मुनि श्री मदनकुमारजी

अहंकार त्यागने से ही मिलेगी शांति : मुनि श्री मदनकुमारजी
तेरापंथ भवन में स्वस्थ परिवार कार्यशाला का आयोजन
बालोतरा ११ मार्च २०१२ जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
आध्यात्म और नैतिक मूल्यों के विकास से ही स्वस्थ चेतना का निर्माण किया जा सकता है। जीवन में सामंजस्य, सौहार्द और समन्वय से ही परिवार में शांति का अनुभव किया जा सकता है। ये बात शनिवार को तेरापंथ भवन में महिला मंडल की ओर से आयोजित एक दिवसीय स्वस्थ परिवार कार्यशाला को संबोधित करते हुए मुनि श्री मदन कुमारजी ने कही।

उन्होंने कहा कि विनम्रता, सहिष्णुता और कृतज्ञता के विकास से घर स्वर्ग बन जाता है। पारिवारिक रिश्तों में माधुर्य के लिए मुनि ने कहा कि अहंकार के विसर्जन से जीवन शैली सुंदर बनती है। श्रमशीलता, संयम और तनाव मुक्ति का विकास करने वाला जीवन को सरस और आनंदमय बना देता है।

कार्यक्रम में डालिमचंद नौलखा, राजेश्वरी तातेड़, अरविंद लूकड़ व आरती महेश्वरी ने भी विचार व्यक्त किया। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ नमस्कार महामंत्र के अनुष्ठान से हुआ। इस दौरान साहित्य प्रदान कर अतिथियों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन मंडल अध्यक्ष विमला गोलेच्छा व आभार मंत्री नयना छाजेड़ ने व्यक्त किया। इस मौके पर नारायणी छाजेड़, विमला लूकड़, तारा भंडारी, सरिता बालड़, अनुजा गोलेच्छा व अन्य मंडल कार्यकर्ताओं का सहयोग रहा।
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