प्रस्तुति - संजय मेहता.
बालोतरा, । तेरापंथ धर्म संघ के राम का बालोतरा में अक्षय तृतीया के कार्यक्रम को मनाने पहुंचने पर नगरवासियों ने जो स्वागत किया उसे देखकर यह प्रतीत हो रहा था कि जैसे मर्यादा पुरूषोतम भगवान श्री राम अयोध्या नगरी में पधार रहे है। आबाल वृद्ध सभी के चेहरों पर एक गजब की मुस्कान स्फु रित हो रही थी। आंखे अपने आराध्य के प्रति श्रद्धासिक्तता का बयां कर रही थी और पूरा वातावरण कर रहा था अपने आप में गौरवानुभूति आखिर हो भी क्यूं नहीं अपने भगवान राम के स्पर्श से तो अनुसूया भी पत्थर से चेतनमय बन गई थी तो तेरापंथ धर्म संघ के भगवान के स्पर्श से बालोतरा का कण-कण भी संजीवन हो उठा था। आगे चलते श्रद्धालुजन, पीछे चलते भक्तजन और बीच में पग-पग गतिमान भगवान क्योकि हर कोई लालायित था एक मनमोहक मुस्कान अपने प्रभू की पाने को।
बालोतरा, । तेरापंथ धर्म संघ के राम का बालोतरा में अक्षय तृतीया के कार्यक्रम को मनाने पहुंचने पर नगरवासियों ने जो स्वागत किया उसे देखकर यह प्रतीत हो रहा था कि जैसे मर्यादा पुरूषोतम भगवान श्री राम अयोध्या नगरी में पधार रहे है। आबाल वृद्ध सभी के चेहरों पर एक गजब की मुस्कान स्फु रित हो रही थी। आंखे अपने आराध्य के प्रति श्रद्धासिक्तता का बयां कर रही थी और पूरा वातावरण कर रहा था अपने आप में गौरवानुभूति आखिर हो भी क्यूं नहीं अपने भगवान राम के स्पर्श से तो अनुसूया भी पत्थर से चेतनमय बन गई थी तो तेरापंथ धर्म संघ के भगवान के स्पर्श से बालोतरा का कण-कण भी संजीवन हो उठा था। आगे चलते श्रद्धालुजन, पीछे चलते भक्तजन और बीच में पग-पग गतिमान भगवान क्योकि हर कोई लालायित था एक मनमोहक मुस्कान अपने प्रभू की पाने को।
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