Posted by Sanjay Mehta
तेरापंथ सभा असाड़ा के तत्वावधान में साध्वी उज्ज्वल रेखा के सान्निध्य में मुमुक्षु परिमल का समारोहपूर्वक अभिनंदन किया गया। मुमुक्षु परिमल 2 जून को पारलू ग्राम में आचार्य महाश्रमण से दीक्षा स्वीकार करेंगी। कार्यक्रम का प्रारंभ साध्वी अमृतप्रभा व स्मित प्रभा के मंगलाचरण से हुआ। साध्वी उज्ज्वल रेखा ने कहा कि संयम का पथ राजमार्ग है। इस पर बढऩे वाला सांसारिक सभी चिंताओं से मुक्त हो मैत्री करुणा एवं अहिंसा की साधना करता है। मुमुक्षु बहन परिमल ने कहा कि असंयम से संयम, अव्रत से व्रत, भोग से त्याग, आसक्ति से अनासक्ति के मार्ग को स्वीकार कर मैं अपने आप को धन्य बना रही हूं। उन्होंने कहा कि गुरु की शरण मेरे लिए प्राण है। इस अवसर पर तेयुप अध्यक्ष ललित, सभा अध्यक्ष इंद्रचंद, किशोर मंडल संयोजक पीयूष बालड़ ने अपने विचार व्यक्त किए। इस कार्यक्रम में राजुल देवी बालड़, हर्षा छाजेड़, रक्षा देवी बालड़, हर्ष बागरेचा, गुणवंती देवी, जवेरीलाल, मंजूदेवी, मुमुक्षु बहन के पिता रमेश बागरेचा, हितेश बालड़ व नीतू देवी श्रीश्रीमाल सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
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