May 21, 2012

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संकल्प से हो सकता है भारत स्वस्थ व सुदृढ़: आचार्य





Source: Matrix News | Last Updated 01:22(21/05/12)


बालोतरा 21/05/12जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
नया तेरापंथ भवन में रविवार को धर्मसभा और किशोर मंडल के अधिवेशन को संबोधित करते हुए आचार्य महाश्रमण ने किशोरों को जागरूक रहने की प्रेरणा देते हुए कहा कि किसी भी देश के स्वस्थ व सुदृढ़ रहने के लिए व्यक्ति को जागृत रहना जरूरी है। आचार्य ने किशोर मंडल अधिवेशन की थीम 'स्वस्थ भारत सुदृढ़ भारतÓ को सुंदर मिशन व सुंदर स्वप्न बताते हुए कहा कि केवल सुंदर स्वप्न ही नहीं संकल्प भी मजबूत होना जरूरी है। स्वप्न संकल्प का रूप ले और संकल्प क्रियान्विति का रूप ले तो यह मिशन पूर्ण रूप से साकार हो सकता है। आचार्य ने कहा कि किशोर गर्मी के मौसम में भी आए हैं। इन्हें जरूर अच्छी प्रेरणा मिली होगी तभी यहां आए हैं।

स्वस्थ भारत सुदृढ़ भारत के लिए ईमानदारी को आवश्यक तत्व बताते हुए आचार्य ने कहा कि भारत के लोगों में ईमानदारी के प्रति आस्था हो, वे नैतिकता रखें। यह सूत्र जीवन में चरितार्थ होना चाहिए। किशोर पीढ़ी में ऐसा संकल्प मजबूत हो जाए कि थोड़ा कष्ट जरूर स्वीकार कर लेंगे पर बेईमानी को निकट नहीं आने देंगे। तभी एक स्वस्थ भारत सुदृढ़ भारत का एक महत्वपूर्ण आधार उनके पास आ सकता है। उन्होंने स्वस्थ भारत सुदृढ़ भारत के लिए बाल पीढ़ी, किशोर पीढ़ी, युवा पीढ़ी व बड़े लोगों को त्रयामुक्त करने का संदेश देते हुए कहा कि लोग नशे की गिरफ्त से मुक्त रहे। नशे की आदत एक बीमारी है जो स्वस्थ भारत सुदृढ़ भारत के निर्माण में बाधा है। इसलिए सभी नशामुक्त जीवन जीने का संकल्प करें।

हर व्यक्ति में हो राष्ट्र भावना:

भारत के नागरिकों को देशभक्ति की प्रेरणा देते हुए आचार्य ने कहा कि हमारे लिए देश पहले है। यह राष्ट्रीय भावना व्यक्ति में होनी चाहिए। राष्ट्रहित को महत्व देने पर स्वस्थ भारत सुदृढ़ भारत की बात हो सकती है। नागरिकों में देश हित के कार्य करने की कर्तव्यनिष्ठा हो और वे अपने कर्तव्य के प्रति अनुशासन सहित जागरूक रहे। भारत की लोकतांत्रिक प्रणाली को अच्छा बताते हुए कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक प्रणाली वाला देश है लेकिन लोकतंत्र में भी प्रशिक्षण होना चाहिए। लोकतंत्र प्रणाली से जीने वाले लोगों में कर्तव्यनिष्ठा व अनुशासन बद्धता होनी चाहिए। इनके अभाव में लोकतंत्र का देवता विनाश व मृत्यु को प्राप्त हो जाता है। इसलिए स्वस्थ भारत व सुदृढ़ भारत के लिए लोगों अनुशासन व कर्तव्य बद्धता को होना अपेक्षित है।

देश का भौतिक विकास भी जरूरी
स्वस्थ भारत सुदृढ़ भारत के लिए भौतिक विकास को भी जरूरी बताते हुए आचार्य महाश्रमण ने कहा कि राष्ट्र का भौतिक विकास भी होना जरूरी है और इसके लिए आर्थिक विकास भी जरूरी है। क्योंकि गरीबी होना देश के लिए गौरव की बात नहीं होती है पर इसके साथ देश का नैतिक व आध्यात्मिक विकास भी अपेक्षित है। भारत ऋषियों व संतों की भूमि है। अनेकों संत-महर्षि यहां पैदा हुए हैं। उन्होंने तप तपा है, साधना की है और ज्ञान प्राप्त किया है और अपनी तपस्या से भारत को समृद्ध बनाया है।

मंत्री मुनि ने किशोरों से कहा कि किशोरावस्था मंजिल तक पहुंचने के लिए दौड़ लगाने वाली अवस्था है। अगर यह बाल पीढ़ी स्वस्थ व सुदृढ़ है तो वह राष्ट्र भी स्वस्थ व सुदृढ़ रह सकता है। बहु श्रुत परिषद के सदस्य मुनि महेन्द्र कुमार ने किशोरों को मार्गदर्शन करते हुए कहा कि किशोर समाज में शक्ति, उमंग, उत्साह है लेकिन उन्हें सही दिशा की जरूरत है। किशोर अपने कॅरिअर के साथ शिक्षा की इतिश्री ने समझे। वे आत्म प्रबंधन व जीवन प्रबंधन की शिक्षा का भी अध्ययन करते रहे।

अभातेयुप अध्यक्ष संजय खटेड़ ने किशोर समाज की देश व समाज के निर्माण कार्यों में शक्ति के नियोजन व भूमिका पर प्रकाश डाला।

जसोल के रावल किशनसिंह ने स्वस्थ भारत सुदृढ़ भारत के लिए राजनीति में योग्य, नैतिक, शिक्षित उम्मीदवारों की अपेक्षा बताई।

श्रद्धानिष्ठ, संघ गायक कमल सेठिया व किशोर मंडल के सदस्यों ने 'भैक्षव शासन को चमकाने आगे कदम बढ़ेÓ गीत प्रस्तुत किया।

हिमांशु लुंकड़ ने संचालन किया।

नगरपालिका अध्यक्ष महेश बी चौहान ने जैन धर्म को मानवोत्कृष्ट बताते हुए विचार व्यक्त किए। घेवरचंद मेहता ने जैन विश्व विद्यालय के पाठ्यक्रम व परीक्षा की जानकारी दी।

अधिवेशन की किट अभातेयुप राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय खटेड़, उपाध्यक्ष प्रथम अविनाश नाहर, सहमंत्री हनुमान लुंकड़, किशोर मंडल प्रभारी अनिल सांखला व किशोर मंडल सहप्रभारी नवीन बागरेचा ने आचार्य को सौंपी।

तेरापंथ किशोर मंडल अहमदाबाद की सत्र 2011-12 की रिपोर्ट उड़ान-2011-12 तेयुप पूर्व अध्यक्ष मुकेश गुगलिया, मंत्री दिनेश बुरड़, प्रभारी दिनेश कोठारी, संयोजक अभिषेक बुरड़, सह संयोजक दिलीप संकलेचा, डिजायनर रोहित गोगड़ ने आचार्य को सुपुर्द की।

लुधियाना समाज की तेरापंथ डायरेक्टरी अभय कुमार सिंधी व प्रदीप दुग्गड़ ने आचार्य को दी। आचार्य ने उपस्थित 505 किशोरों को नशामुक्ति का संकल्प दिलाया। कार्यक्रम का संचालन मुनि हिमांशु कुमार ने किया।
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