Aug 12, 2012

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धूरी : ईष्या की भावना परिवार टूटने की वजह : 05 Aug 2012

धूरी (संगरूर)
श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ व तेरापंथ युवक परिषद की ओर से शांति दूत आचार्य श्री महाश्रमण के सुशिष्य मुनि अर्हत कुमार के सान्निध्य में टूटते रिश्ते बिखरते परिवार विषय पर स्थानीय सनातन धर्म आश्रम में सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में एसडीएम धूरी राजेश त्रिपाठी मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे। कार्यक्रम में एक नाटक द्वारा आज की युवा पीढ़ी को यह संदेश देने की कोशिश की गई कि बुढ़ापे में माता-पिता को अलग करने की सजा इसी जन्म में भुगतनी पड़ती है।
इस दौरान मुनि भरत कुमार ने रिश्तों के टूटने व परिवारों के बिखरने के लिए ईष्या, बदले की भावना, सहनशीलता व संस्कारों की कमी को मुख्य कारण बताया, जबकि मुनि अर्हत कुमार ने इस समस्या के हल के लिए बचपन से ही बच्चों को संस्कारी बनाने व नैतिक मूल्य सिखाने पर जोर देने की बात कही। इस अवसर पर एसडीएम राजेश त्रिपाठी ने मुनियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मुनि जी के संदेश ही इस जटिल समस्या को समाज से खत्म कर सकता है।
इस अवसर पर जय माता वैष्णो सेवा समिति की ओर से जूतों की संभाल सेवा निभाई गई। सेमिनार में पंजाब प्रांतीय तेरापंथ सभा के प्रधान महेन्द्र गुप्ता, एपी सोलवेक्स के डायरेक्टर पवन सिंगला, तेरापंथ सभा धूरी के प्रधान ओम प्रकाश गोयल, तेरा पंथ युवक परिषद के प्रधान सुरिंदर जैन, महासचिव अशोक जैन सहित बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग उपस्थित थे।
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