कोठारिया 5 May 2011 (जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो )
मुनि जतन कुमार ने कहा कि जीवन में विवेक जागृत करना अति आवश्यक है।
मुनि बुधवार को कोठारिया स्थित तेरापंथ सभा भवन में आयोजित धर्म सभा को संबोधित कर रहे थे। मुनि ने कहा कि भगवान महावीर के अनुसार विवेक को धर्म की संज्ञा दी गई है। उन्होंने कहा कि एक संन्यासी के अनेक मार्ग होते हैं, जिसमें प्रथम मार्ग तपस्या का, द्वितीय स्वाध्याय एवं तृतीय मार्ग सेवा भावना का होता है। संन्यासी को अपने आप कब कौनसा काम करना है, इस बात को लेकर विवेक चेतना को जागृत करना अत्यंत जरूरी है। विवेक के अनुरूप जो काम किया जाता है, उसका परिणाम अच्छा मिलता है। इसके विपरीत विवेक शून्य काम करने पर अनेक बार बुरे परिणाम सामने आते हैं।
मंगल भावना समारोह आज : मुनि जतन कुमार एवं मुनि आनंद कुमार के सानिध्य में कोठारिया स्थित तेरापंथ सभा भवन में गुरुवार को मंगल भावना समारोह होगा। यह जानकारी तेरापंथ सभा कोठारिया के पूर्व अध्यक्ष भूरालाल कच्छारा ने दी।मुनियों का विहार आज : मुनि जतन कुमार एवं मुनि आनंद कुमार का कोठारिया स्थित तेरापंथ सभा भवन में 11 दिवसीय सफल व सुखद प्रवास के बाद गुरुवार को विहार कर मून लाइट मार्बल में पहुंचेंगे तथा एक दिन वहीं रहेंगे।
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